दिल्ली पब्लिक इंटरनेशनल स्कूल गाडरवारा में चैत्र नवरात्रि उत्सव के उपलक्ष्य में स्कूल परिसर में कन्या भोजन एवं पूजन प्रसादी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उल्लेखनीय है की दिल्ली पब्लिक इंटरनेशनल स्कूल गाडरवारा द्वारा भारतीय संस्कृति, पर्व एवं त्योहारों पर कार्यक्रम आयोजित कर छात्र छात्राओं को अपनी संस्कृति के प्रति जागरुक करने और संस्कार देने का कार्य किया जाता है।
![](https://www.inkpressnews.in.net/wp-content/uploads/2024/04/IMG-20240415-WA0091-1024x768.jpg)
क्योंकि संस्कारवान नोनिहाल कल देश का भविष्य बनेंगे, शिक्षित व संस्कारित नागरिक देश की उन्नति का सृजन कर सकते हैं। कार्यक्रम की शुरुआत में संस्था की चेयरमैन श्रीमती राखी राजपूत, डायरेक्टर ठा. प्रशांत सिंह राजपूत, प्राचार्या श्रीमती लक्ष्मी नंदी, कोऑर्डिनेटर सुश्री अंकिता कौरव द्वारा दीप प्रज्जवलित कर जगतजननी मां दुर्गा का पूजन एवं आरती की गई और स्कूल में उपस्थित देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन कर नवरात्रि की शुभकामनाएं प्रेषित की गई।
![](https://www.inkpressnews.in.net/wp-content/uploads/2024/04/IMG-20240415-WA0093-1024x576.jpg)
इस अवसर पर प्रचार्या श्रीमती लक्ष्मी नंदी द्वारा उपस्थित विद्यार्थियों को नवदुर्गा और कन्या पूजन का महत्व बताया साथ ही हम कन्या भोजन क्यों कराते हैं विषय पर वक्तव्य दिया। इसके पश्चात कन्या भोजन प्रारंभ हुआ और संस्था की समस्त देवी स्वरूपा कन्याओं एवं छात्रों को संस्था के समस्त स्टाफ एवं शिक्षिकाओं द्वारा प्रेमपूर्वक भोजन प्रसादी कराई गई। तत्पश्चात स्कूल एवम महाराणा प्रताप प्राइवेट आईटीआई के समस्त स्टाफ ने भी भोजन प्रसादी ग्रहण की।
![](https://www.inkpressnews.in.net/wp-content/uploads/2024/04/IMG-20240415-WA0094-1024x768.jpg)
कार्यक्रम में महाराणा प्रताप प्राइवेट आईटीआई के प्राचार्य वीरेन्द्र सिंह राजपूत तथा ट्रेनिंग ऑफिसर रविशंकर पटेल, नीलेश विश्वकर्मा, रामस्वरूप पटेल, सुश्री संगीता राजपूत कंप्यूटर ऑपरेटर आयुष साहू रिसेप्शनिस्ट सुश्री सलोनी द्विवेदी तथा स्कूल से सुश्री आयुषी कौरव, सुश्री सृष्टि वर्मा, सुश्री दीप्ति मेहरा, श्रीमती कल्पना पटेल, सुश्री आरती तिवारी, सुश्री पूजा पचौरी, श्रीमती प्रियंका छीपा, श्रीमती नैंसी सोनी, सुश्री मेघा सोनी, सुश्री मनीषा सोनी, सुश्री सोनाली कौरव सुश्री वंशिका कौरव, रिसेप्शनिस्ट सुश्री मोनिका द्विवेदी और संस्था के सहयोगी स्टाफ का उल्लेखनीय योगदान रहा।