व्हिसिल ब्लोअर पारस सकलेचा से विस्तृत चर्चा
कुछ वर्ष पूर्व मध्य प्रदेश में व्यापम में बड़ा घोटाला सामने आया था जिसकी जांच माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश पर सीबीआई द्वारा की गई थी इस बहुत चर्चित घोटाले में 56 से ज्यादा संदिग्ध मौतें हुई थी जिसमें अधिकांश मामलों में क्लीनचिट सरकार को दे दी गई किसी बड़े नेता या बड़े अधिकारियों का कोई लिप्तता सीबीआई द्वारा नहीं सिद्ध की गई, हजारों विद्यार्थियों का भविष्य चौपट कर दिया गया
अरबो रुपए का यह घोटाला था वर्तमान समय में नर्सिंग कॉलेज घोटाले में सीबीआई अधिकारियों की लिप्तता का भंडाफोड़ हुआ इस स्थिति के चलते व्यापम घोटाले में भी सीबीआई जांच संदेह के दायरे में आ गई है उपरोक्त आरोप लगाते हुए मनीष शर्मा प्रांतीय संयोजक नागरिक उपभोक्ता मार्गदर्शक मंच, प्रदेश अध्यक्ष आरटीआई विंग आम आदमी पार्टी द्वारा व्यापम घोटाले की पुनः जांच करने हेतु मध्य प्रदेश के माननीय मुख्य न्यायाधीश को पत्र भेजकर याचिका के रूप में स्वीकार करने आग्रह किया है।
मनीष शर्मा ने बताया कि इस अहम मुद्दे में पूर्व वर्ती सरकार की भूमिका भी संदिग्ध है सरकार द्वारा सैकड़ों मामलों को अवैधानिक तरीके से जांच बंद करवा दी थी।व्यापम घोटाले को उजागर करने तथा मामला न्यायालय के समक्ष ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पूर्व विधायक श्री पारस सकलेचा से इस संदर्भ में विस्तृत चर्चा हुई, चर्चा के दौरान प्रफुल्ल सक्सेना, सलीम मोहम्मद भी शामिल थे।