निभौरा नर्सरी में किया गया शिविर का आयोजन।
संवाददाता:- शेख आरिफ।
सोहागपुर //”मैं भी ” एवं “हम है बदलाव” थीम पर स्कूली विधार्थियो को वन,वन्यजीवों एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक किए जाने के उद्देश्य से मध्य प्रदेश इको पर्यटन बोर्ड द्वारा आयोजित प्रशिक्षण, प्रचार सह जागरूकता शिविर अंतर्गत मुख्य वनसंरक्षक वनवृत्त नर्मदापुरम श्रीमान अशोक कुमार सर(भा. व.से.)के निर्देशन एवं वन मंडल अधिकारी नर्मदापुरम् श्री मयंक सिंह गुर्जर सर (भा.व.से.) के कुशल मार्गदर्शन में दिनांक 08/01/2024 को परिक्षेत्र सोहागपुर मे “अनुभूति कार्यक्रम” का आयोजन निभौरा नर्सरी में किया गया
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शिविर में श्रीमती रचना शर्मा उप वनमंडल अधिकारी सोहागपुर , श्री सुमित पाण्डेय परिक्षेत्र अधिकारी सोहागपुर, एवं वन समिति अध्यक्ष एवं परिक्षेत्र का समस्त स्टाफ उपस्थित रहे|अनुभूति शिविर में शासकीय हाई स्कूल कामती के 125 छात्र/छात्राए एवं 9 शिक्षक / शिक्षिकाए सम्मिलित हुए उपवनमंडल अधिकारी महोदय एवं परिक्षेत्र अधिकारी सोहागपुर द्वारा वन वन्यजीव एवं पर्यावरण संरक्षण और लाईफ मिशन से संबंधित जानकारी दी गई, अनुभूति मास्टर ट्रेनर और प्रेरक श्री रामकिशोर चौरे जी रिटायर्ड अपर वन मंडल अधिकारी एवं अन्य प्रेरको के द्वारा अनुभूति थीम”मैं भी बाघ” एवं ” हम है बदलाव” की जानकारी दी पारिस्थितिक तंत्र में वन, वन्यजीव और पर्यावरण संरक्षण के महत्व , विभिन्न जीव जंतुओं के मध्य पारस्परिक संबंध को समझाया गया। अनुभूति प्रकृति पथ भ्रमण के दौरान विभिन्न वृक्षों की पहचान, वन्यजीव एवं उनके साक्ष्यों की पहचान, मृग एवं हिरण प्रजाति में अंतर, दीमक की बामी , ,लाइफ मिशन के तहत पर्यावरण के संरक्षण में अपनी दैनिक कार्यों की आदतों में छोटे छोटे बदलाव कर हम सभी के कर्तव्य के महत्व को बहुत सरल तरीके से बच्चों को समझाया। खेल खेल में संरक्षण शिक्षण अंतर्गत खाद्य जाल, पक्षियों के माइग्रेशन में व्यवधान आदि खेलों के माध्यम से प्रकृति संरक्षण रोचक ढंग से समझाया गया, बिना सिले कपड़े से थैली बनाना सिखाया, “मैं भी बाघ” एवं “हम है बदलाव” गान डांस के साथ करवाया गया, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता,जंगल का कानून खेल आदि करवाई गई, एवं क्विज प्रतियोगिता करवाई गई| एवं प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया कार्यक्रम के अंत में पर्यावरण के संरक्षण के प्रति जागरूकता हेतु अनुभूति की शपथ ग्रहण करवाई गई। एवं सेल्फी पाइंट बच्चों के बीच आकर्षण का मुख्य केन्द्र रहा