बुजुर्गों की वास्‍तविक उम्र जानने के लिए जिला चिकित्सालय में आयु परीक्षण शिविर आयोजित किया गया।

कलेक्‍टर सोनिया मीना के निर्देशानुसार शिविर आयोजित किया।

शासन की विभिन्‍न जनकल्‍याणकारी योजनाओं में हितग्राही की आयु एक महत्‍वपूर्ण आयाम है। विगत समय शासन के निर्देशानुसार सभी हितग्राहियों की ई.के.वाय.सी की प्रक्रिया पूर्ण की गई है। जिसमें बहुत से हितग्राहियों की आयु आधार में कम उल्‍लेख होने के कारण उनकी पेंशन बंद हो गई थी। ऐसे में हितग्राही बहुत परेशान हो रहे थे।

उक्‍त समस्‍या को देखते हुए कलेक्‍टर सोनिया मीना के निर्देशानुसार स्‍वास्‍थ्‍य विभाग एवं सामाजिक न्‍याय विभाग के तत्‍वधान में जिला चिकित्‍सालय में शिविर आयोजित कर उन बुजुर्गों जिनके पास उनकी जन्‍म तिथि का कोई प्रमाण पत्र नहीं होने एवं कोई मार्कशीट ना होने पर उनकी उम्र का वास्‍तविक आंकलन नहीं हो पा रहा था। ऐसे बुजुर्गों का स्‍केल और स्‍टेण्‍डम के एक्‍सरे कर वास्‍तविक उम्र ज्ञात की गई एवं बुजुर्गो को उनकी उम्र की जानकारी दी गई। बुजुर्गो को आयु संबंधी प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। जिसके आधार पर वे अब जन्‍म प्रमाण पत्र बनवा सकते है एवं आधार में भी अपनी वास्‍तविक आयु जुडवा सकते है।

उल्‍लेखनीय है कि कई बुजुर्गो के आधार कार्ड में उनकी वास्‍तविक उम्र दर्ज नही थी। ऐसे बुजुर्ग काफी संख्‍या में शिविर में आए और शिविर में रेडियोलाजिस्‍ट डॉ गोविंद सिंह कुशवाह ने सभी बुजुर्गो का एक्‍सरे कर बताया कि बुजुर्गो की उम्र 60 साल है या 60 साल से ऊपर, एक्‍सरे के माध्‍यम से उनकी वास्‍तविक उम्र का आंकलन किया।

अब बुजुर्ग आधार कार्ड एवं अन्‍य सर्टिफिकेट में अपनी वास्‍तविक उम्र दर्ज कर सकेंगे। डिप्‍टी कलेक्‍टर डॉ बबीता राठौर के मार्गदर्शन में शिविर का आयोजन किया गया था। जिसमें काफी संख्‍या में बुजुर्ग गण शामिल हुए और अपनी उम्र का परीक्षण कराकर वास्‍तविक उम्र को ज्ञात किया।

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